Unjha Safed Musli Churna (ऊंझा श्वेत मूसली चूर्ण)
Ayurvedic Rasayana for Strength, Stamina & Vitality
संस्कृत श्लोक – रसायन तत्त्व
“वनस्पतयः पुष्टयः सप्त दोषान् नाशयन्ति ।
रसायनं तु दीर्घायुष्यम् अशेषं करोति शरीरम् ॥”
अर्थ:
जो वनस्पतियाँ शरीर को पुष्ट करती हैं, दोषों का नाश करती हैं और दीर्घायु प्रदान करती हैं, उन्हें रसायन कहा गया है। श्वेत मूसली ऐसी ही एक दिव्य रसायन औषधि है।
Classical Composition (परंपरागत संरचना)
| Dravya (द्रव्य) | Botanical / Scientific Name | Part Used |
|---|
| श्वेत मूसली (Safed Musli) | Chlorophytum borivilianum | Root (Mula) |
Ayurvedic Perspective (आयुर्वेदिक दृष्टिकोण)
Safed Musli को Rasayana एवं Vajikarana वर्ग की प्रमुख औषधि माना गया है।
इसका स्वाद मधुर, गुण गुरु और स्निग्ध, तथा वीर्य उष्ण है। यह Vata-Pitta Shamak, Balya और Ojasvardhak प्रभावों के लिए प्रसिद्ध है।
मुख्य आयुर्वेदिक लाभ:
शरीर की बल एवं ऊर्जा को पुनः स्थापित करता है।
धातु-पोषण एवं वीर्य-वृद्धि में सहायक।
मांस एवं स्नायु बल को सुधारता है।
Rasayana गुणों से प्रतिरक्षा वर्धन करता है।
Meda-Dhatu एवं Vata-Dosha का संतुलन बनाए रखता है।
Modern Scientific Insights (आधुनिक विज्ञान दृष्टिकोण)
Safed Musli में प्राकृतिक Saponins, Alkaloids, Carbohydrates, Fiber एवं Polyphenols पाए जाते हैं।
यह adaptogenic, antioxidant और anti-fatigue गुणों के लिए प्रसिद्ध है।
अध्ययन दर्शाते हैं कि यह testosterone level, physical endurance और immune response को बढ़ाने में सहायक है।
शरीर की stress tolerance एवं recovery क्षमता को सशक्त बनाती है।
Suggested Use (उपयोग विधि)
1 से 2 ग्राम (¼ से ½ चम्मच) दिन में एक या दो बार
दूध या गुनगुने पानी के साथ भोजन के बाद सेवन करें।
निरंतर 1–2 महीने तक नियमित उपयोग से उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त होते हैं।
Precautions (सावधानियाँ)
अनुशंसित मात्रा से अधिक सेवन न करें।
गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को चिकित्सकीय सलाह के बाद ही उपयोग करें।
किसी औषधीय घटक से एलर्जी या संवेदनशीलता होने पर उपयोग से पूर्व परामर्श लें।
Disclaimer
This is an Ayurvedic classical formulation for general wellness. It is not intended to diagnose, treat, cure, or prevent any disease. Use under medical supervision only.